जी हां, एक बार फिर सिराजे हिंद की धरती के सुप्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.रॉबिन सिंह
ने अपने
मजबूत इरादों और बुलंद हौसलों से नामुमकिन कार्य को फिर से मुमकिन साबित कर दिया,
_कृष्णा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल_ के डॉक्टरों की टीम
(वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ एच डी सिंह
वरिष्ठ एनेस्थिसियॉलॉजिस्ट डॉ मनमोहन सिंह) ने ऑपरेशन कर एक बुजुर्ग महिला को फिर से अपने कदमों पर चलने का सपना पूरा किया |
यह था मामला-
अम्बेडकर नगर की निवासी तालुका देवी ,उम्र 102 वर्ष
जो अथेरोस्क्लेरोसिस और एरोटिक स्टेनोसिस नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित थी,
जिनका कुल्हा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था ,
जिसकी वजह से माताजी का चलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया था ,
लगभग मानो जिंदगी ही समाप्त हो चुकी हो
जिनका जीवनचर्या मात्र एक बेड पर ही रह गया था ,
लगभग 1 महीने से माताजी बेड पर ही थी|
बुजुर्ग माताजी जी की अत्यधिक उम्र की वजह तथा उपरोक्त गंभीर बीमारियों की वजह से कोई डॉक्टर रिस्क लेना नहीं चाह रहा था ,
लेकिन मरीज के परिजनों ने हार नहीं मानी उन्होंने बाहर कई बड़े-बड़े अस्पतालों में कई बड़े डॉक्टर को दिखाया
जहां पर कोई भी डॉक्टर रिस्क लेना नहीं चाह रहा था|
इसी कड़ी में मरीज के परिजनों ने *डॉ .रॉबिन सिंह* से मुलाकात किया फिर क्या था डॉ .साहब ने इस नामुमकिन कार्य को मुमकिन कर दिखाया|
जानकारी के लिए बता दें, कि
अभी तक डॉक्टर साहब के पास इस तरह के बहुत से मामले आए हैं ,
जिनको डॉक्टर साहब ने पुनर्जन्म जैसा जिंदगी दी है|
*डॉक्टर साहब ने गरीबी को नहीं बनने दिया कमजोरी*
जी हां इनके परिजनों ने जहां पर भी इन को दिखाया वहां पर लाखों रुपयों का मांग था, तथा रिस्क (0%)लगभग कोई नहीं लेना चाह रहा था, परिजनों के लिए इतना पैसा खर्च करना मुमकिन नहीं था
लेकिन,
डॉक्टर साहब ने बाकी जगहों की अपेक्षा बहुत ही कम खर्च में सफलतापूर्वक इलाज कर दिया
बिना किसी रिस्क के ऑपरेशन दिनांक 16 फरवरी 2022 को किया
ऑपरेशन के उपरांत मरीज को अगले दिन यानि
17 फरवरी 2022 को सफलतापूर्वक वाकर की सहायता से चला दिया
जो कि बुजुर्ग दादी व उनके परिजनों के लिए एक चमत्कार साबित हुआ
जो कि बहुत ही आश्चर्यजनक था|
आज जौनपुर ही नहीं दुनिया देख रही है डॉक्टर साहब ने कैसे एक बुजुर्ग महिला को फिर से अपने कदमों पर चलने का सपना पूरा किया |
कहते हैं ना कि जब आपके इरादे नेक और हौसले बुलंद हो तो ईश्वर भी साक्षात साथ देते हैं।