मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद की रिपोर्ट
जातिवाद की राजनीति करते हैं पूर्व सीएम अखिलेश
मल्हनी में सपा से मैं लड़ता हूं, भाजपा लड़ती है हमसे
जनमानस मेरे साथ है, नीतिगत आलोचना होनी चाहिए
जौनपुर। पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि राजनीति में किसी से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं होती है। नीतिगत आलोचना होनी चाहिए। मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है। जनमानस मेरे साथ है। मैं तंत्र के खिलाफ कभी नहीं रहा। अजीत सिंह हत्याकांड में मेरा नाम फर्जी ढंग से शामिल किया गया जबकि उससे मेरा कोई लेना देना नहीं था। जब ईनाम घोषित हुआ तो मैंने कोर्ट में सरेंडर किया और मुझे नैनी जेल से फतेहगंज भेजा गया और मैंने हमेशा पुलिस का सामना किया। इस मामले में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा बेवजह ट्वीट कर बयानबाजी अच्छे लोकतंत्र द्योतक नहीं है। वह उच्च सदन के सदस्य हैं और प्रदेश में मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वह फरारी का बयान बाजी कर रहे थे उन्हें यह नहीं दिखा कि मैं जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में घर पर ही था। उन्होनंे कहा कि मैं मल्हनी विधानसभा से बुधवार को जद यू टिकट पर नामांकन करूंगा और मैं जनता के बीच रहने वाला नेता हूं। वह मंगलवार को नगर के एक होटल में पत्रकारों से बात चीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मल्हनी विधानसभा में हमेशा सपा से लड़ता हूं और भाजपा मुझसे लड़ती है। कहा कि मल्हनी विधानसभा सीट सपा के कब्जे में रही और उसकी रहनुमाई करने वाले मंत्री भी रहे लेकिन कुछ भी विकास नहीं हो पाया। आज भी सड़कों की हालत अच्छी नहीं है। मैं विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहा हूं और जनता का विश्वास मेरे साथ है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा मूल्यों की राजनीति में विश्वास करता हूं और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। कोरोना जैसे आपदा काल में सपा के लोग कंही नहीं दिखे जबकि आपदा में पक्ष विपक्ष एक साथ खड़ा होता है। अजीत हत्याकंाड के मामले में बेबाकी से उन्होंने कहा कि इसमें जांच चल रही है और जो भी धाराएं हैं वह सब जमानती हैं।