- वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि लता मंगेशकर का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति-
मण्डल हेड गिरजा शंकर निषाद की रिपोर्ट
मुंगराबादशाहपुर, कस्बे में स्थित थाने के ठीक सामने स्वर कोकिला व भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर विभिन्न शिक्षा संस्थानों व सामाजिक संगठनों की ओर से उनके प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उपस्थित लोगों ने लता मंगेशकर जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कैंडल जलाकर उन्हें याद किया।
भारत रत्न लता मंगेशकर के जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने देश के लिए संगीत के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दिया है जो कि हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गया है। इनके निधन पर देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी शोक व्याप्त है। स्वर कोकिला का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है वह भारतीय कला और संस्कृति की आधार स्तंभ थी।
न्यू शक्ति कॉलेज के डायरेक्टर राजन सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहे मगर उनकी मधुर आवाज का जादू चलता रहेगा अपने गीतों के जरिए वह हमेशा हमारे बीच रहेंगी। एडवोकेट नीरज तिवारी ने कहा कि दीदी जी वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी और उनका निधन होना देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
श्रद्धांजलि देने में बृजेश मिश्रा, राजन सिंह, शिव प्रसाद गुप्ता (बबलू), अनुपम तिवारी ,दीपक शुक्ला, सत्यदेव सिंह, राजन सिंह, प्रशांत सिंह, एडवोकेट नीरज तिवारी, अश्वनी सिंह, राकेश सिंह, दिनेश गुप्ता, दुर्गा सर, संतोष गुप्ता, मयंक अग्रवाल, दीपक व विक्की गुप्ता समेत अन्य लोगों ने दिया।