संवाददता अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, विकास एवं सुशासन के मुद्दे पर छह फरवरी (रविवार) को अपना लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी करेगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सानिध्य में लोक कल्याण के जो 212 संकल्प लिए थे, पांच वर्ष के दौरान एक-एक कर उन सभी को मंत्र मानकर पूरा किया।
यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत बनाए गए भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया सेंटर के शुभारंभ अवसर पर कहीं। मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बीते पांच सालों में भाजपा सरकार ने सुरक्षा, माहिला कल्याण, अन्नदाता किसानों के उन्नयन, नौजवानों को रोजगार, गांवों व शहरों के समग्र विकास, गरीबों के कल्याण की योजनाओं को धरातल पर मूर्त रूप प्रदान किया है। इसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार के कार्यों के चलते पूरे प्रदेश में चाहे वह पूरब हो या पश्चिम, जनता का भारी समर्थन और आशीर्वाद भाजपा को मिल रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में प्रदेश को सत्ता के संरक्षण में माफियाओं, गुंडों ने जकड़ लिया था। केंद्र व प्रदेश की डबल इंजन भाजपा सरकार ने प्रदेश को माफिया व गुंडाराज से मुक्ति दिलाई है। सुरक्षा का माहौल बना तो बेटिया स्कूल जा रही हैं। बहन, माताएं सम्मान से जी रही हैं। सुरक्षा के वातावरण से प्रदेश में निवेश और निवेश से रोजगार के अवसर तेजी से आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में दो तरह का पलायन होता था। माफिया राज होने से व्यापारियों का और रोजगार के अवसर न मिलने से युवा प्रतिभाओं का। भाजपा सरकार में दोनों तरह का पलायन रुका है। व्यापारियों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले गुंडे व पेशेवर माफिया आज कानून के भय से खुद पलायन कर गए हैं। जबकि व्यापारी और युवा यही रहकर प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।
*यूपी में अब नहीं होती भूख से कोई मौत*
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मार्च 2017 के पहले भूख से गरीबों की मौत आम बात मानी जाती थी। कुशीनगर और महराजगंज के मुसहर भूख से मरने के लिए अभिशप्त थे। जनवरी 2017 में भी कुशीनगर में मुसहरों की भूख से मौत हुई थी। अपना संसदीय क्षेत्र न होने के बावजूद मैंने वहां जाकर भूख से तड़प रहे लोगों की पीड़ा को महसूस किया था, उनके लिए आवाज उठाई थी। आज भाजपा सरकार ने उनके कल्याण की ऐसी व्यवस्था कर दी है कि न सिर्फ मुसहर बल्कि पूरे यूपी में किसी की मौत भूख के कारण नहीं होती है। सीएम ने कहा विगत एक हजार सालों में जितनी भी महामारियां आईं, उनमें बीमारी से कई गुना अधिक मौतें भूख के चलते हुईं। पर, सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान पीएम मोदी के मार्गदर्शन में सफल प्रबंधन से यूपी में किसी की भी जान भूख के कारण नहीं गई। डबल इंजन सरकार प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को राशन का डबल डोज दे रही है।
सीएम योगी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि 2004 से 2014 के बीच देश में लाखों किसानों ने आत्महत्या किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसान हित मे किए गए कार्यों से इस पर रोक लगी है। उत्तर प्रदेश में 2014 के बाद भी प्रदेश की सरकार किसान हित वाली केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं करती थी। इसके चलते किसान खेतीबाड़ी से भाग रहा था। बिचौलिए एमएसपी का लाभ लेते थे जबकि किसान वंचित रह जाता था। कई साल तक गन्ना किसानों को उनके मूल्य का भुगतान नहीं किया गया। अन्नदाता सिंचाई के लिए परेशान रहता था। सिंचाई की परियोजनाएं दशकों से लंबित थी। 2017 के पूर्व पूरे यूपी में बिजली न मिलने से भी सिंचाई प्रभावित होती थी। आज सबको पर्याप्त बिजली, निर्बाध बिजली मिल रही है। प्रदेश सरकार ने 121000 अतिरिक्त मजरोंका विद्युतीकरण कराया है। दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पूर्वांचल के 9 जिलों को जोड़ रही है तो बाणसागर परियोजना मिर्जापुर-प्रयागराज को तथा अर्जुन बांध परियोजना बांदा, महोबा, हमीरपुर जैसे बुंदेलखंडी जिलों को सिंचाई की सुविधा प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि भाजपा सरकार ने 30 वर्षों से लंबित सिंचाई की 18 बड़ी परियोजनाओं को पूरा किया है। इससे 21 लाख हैक्टेयर भूमि के लिए सिंचन क्षमता का विस्तार हुआ है। किसानों के हित के लिए सरकार के कार्यों की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गन्ना किसान अपने खेतों में ही गन्ने पर आग लगा देता था। पर भाजपा सरकार के 5 साल के कार्यकाल के दौरान यह नौबत नहीं आई । जब तक एक भी खूंट गन्ना किसान के खेत में रहा तब तक हमने सभी 119 मिले चलाई। भाजपा सरकार ने 1.57 लाख करोड़ रुपए का रिकॉर्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया है। पूर्व की सरकारों ने 29 चीनी मिलों को या तो बंद कर दिया था यह बेच दिया था। हमने बंद मिलो को चलाया, मुंडेरवा व पिपराइच में नई चीनी मिलें खोली तो आजमगढ़ समेत अन्य मिलों की क्षमता का विस्तारीकरण किया। आज उत्तर प्रदेश में गन्ने के रस से सीधे एथेनाल बनाया जाता है। एथेनॉल उत्पादन में उत्तर प्रदेश पूरे देश में नंबर वन है। सरकार ने कोरोना की विपरीत परिस्थिति में भी इस वर्ष 62 लाख मीट्रिक टन धान क्रय किया है जबकि गत वर्ष 66 लाख मीट्रिक टन खरीद की गई थी।
सीएम ने कहा कि किसानों के हित मे उनकी सरकार ने पहला निर्णय ही 86 लाख किसानों की 36 हजार करोड़ रुपये की कर्जमाफी का किया। प्रदेश में 2.54 करोड़ किसानों को 42 हजार करोड़ रुपये की पीएम किसान सम्मान निधि की धनराशि मिली है।