गाजीपुर:सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्काउट जिला संगठन आयुक्त अरविन्द कुमार यादव ने संविधान दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एस बी डी एस इंटर कॉलेज महेशपुर गाजीपुर में बच्चों संग संगोष्ठी कर तथा जरूरतमंद बच्चों को पेन और पुस्तकें बांटकर बधाई दी। और संविधान सभा में संविधान को अंगीकार करने के लिए पेश किए गए विधेयक के दौरान बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के भाषण का एक हिस्सा भी साझा किया।बता दें कि संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है क्योंकि 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। संविधान दिवस की शुरुआत 2015 से की गई थी। भारत का संविधान 26 जनवरी,1950 को लागू हुआ था।उन्होंने देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद द्वारा व्यक्त किए विचारों को साझा करते हुए कहा कि कोई भी संविधान चाहे वह कितना ही सुंदर, सुव्यवस्थित और सुदृढ़ क्यों न बनाया गया हो,यदि उसे चलाने वाले देश के सच्चे,निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ-प्रदर्शक की तरह है।” कहा है कि बीआर अंबेडकर ने समानता पर जोर दिया,जहां सभी की भागीदारी से लोकतंत्र का विकास होता है। संविधान दिवस पर हमें प्रस्तावना को ध्यान से पढ़ना चाहिए। सरकारें आती हैं और जाती हैं, लेकिन लोकतंत्र में हमारे मौलिक अधिकार पनपने चाहिए। तत्पश्चात विद्यालय प्रधानाचार्य पारसनाथ यादव ने कहा कि हम सभी भारत रत्न बीआर अंबेडकर को स्वतंत्र भारत में उनके योगदान और भारत के संविधान को देने के लिए याद करते हैं, जो आज हमारे पास है। 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था।