जौनपुर रिपोर्ट गिरजाशंकर निषाद
जौनपुर /कोतवाली
उक्त थाना क्षेत्र के पुरानी बाजार अंतर्गत मोहल्ला गदन अरजानी के रहने वाले महताब शाह ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच पुलिस अधीक्षक अजय साहनी से गुहार लगाई कि 17 नवंबर की रात लगभग 10:30 बजे आधा दर्जन पुलिस वाले उसके दरवाजे पर दस्तक दिए वह बाथरूम में था उसने अंदर से आवाज भी लगाई कि मैं आ रहा हूं तब तक पुलिस वालों ने उसका दरवाजा तोड़ दिया और जब तक वह दरवाजे पर पहुंचता पुलिस वालों ने उससे और उसकी पत्नी से जबरन मोबाइल छीन कर एक अंजान नंबर डायल कर दिया, और यह कहकर लोट गए कि यह आदमी वह नहीं है जिसकी तलाश हो रही हैं।
वहीं महताब शाह रात भर पुलिस के डर से सो नहीं पाया और सुबह पहुंच कर उसने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि जहां पर देश भर में हवालात में मौत के बाद तथा पुलिस वालों के अमानवीय चेहरे की वजह से यूपी पुलिस बदनाम हो रही है, वहीं जौनपुर की कोतवाली पुलिस भी ऐसे कृत्य करने से पीछे नहीं हट रही है ,बिना किसी ठोस जानकारी व सबूत के किसी भी आम नागरिक का दरवाजा तोड़ देना उसके साथ अभद्र व्यवहार करना मानवाधिकार का उल्लंघन होना माना जाता है लेकिन पुलिस है कि सुधरने का नाम नहीं ले रही है।