विवेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट
सुलतानपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के आह्वान पर शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में अमेठी और सुल्तानपुर जिले के 18574 मामलों का निपटारा कराया गया बड़ी संख्या में राजस्व की वसूली तथा पीड़ितों को क्षतिपूर्ति भी दिलाई गई।
लोक अदालत में जिला जज संतोष राय ने नौ, राकेश कुमार त्रिपाठी ने एमबी एक्ट से संबंधित 30 वाद निपटाए जिसमें एक का करोड़ 24 लाख 35 हजार की क्षतिपूर्ति भी दिलाई। फैमिली कोर्ट के जज उत्कर्ष चतुर्वेदी एवं अन्य न्यायालय ने 96 वैवाहिक वादों का निपटारा सुलह समझौते से कराया। एडीजे इंतखाब आलम ने 30, नवनीत गिरी ने 122, अभय श्रीवास्तव ने 530, अभिषेक सिन्हा ने 795, पवन कुमार शर्मा ने 57, राजेश नारायण मणि त्रिपाठी ने 458, त्रिभुवन नाथ पासवान ने 28, पीके जयंत ने 56, अंकुर शर्मा ने 31, कल्पराज सिंह ने 13 व नीलिमा सिंह ने पांच वादों का निपटारा किया। इसके अतिरिक्त बैंक से संबंधित 1998 प्री लिटिगेशन वादों का भी निपटारा भी एडीजे न्यायालयों ने कराया। जिसमें बैंकों के ऋण मैं 10 करोड़ चार लाख 99 हजार 365 रूपये का समझौता कराया गया। सीजीएम किरण गोंड ने 933, सिविल जज सपना त्रिपाठी ने 58, क्षितिज पांडेय ने 26, योगेश यादव ने 347, साइमा जर्रार आलम ने 420, आशालिका पांडेय ने 55, दीपांकर यादव ने 608 वाद व देवर्षि देव ने 491 वाद निपटाए। मुसाफिरखाना के सिविल जज सिद्धार्थ वर्मा 976 व कादीपुर के सिविल जज अविनाश रंजन ने 70 मामले निपटाए। प्राधिकरण के सचिव शशि कुमार ने बताया कि सुलतानपुर के जिलाधिकारी तथा उनके अधीनस्थ अन्य अधिकारियों ने 9487 तथा अमेठी के जिलाधिकारी व अन्य पीठासीन अधिकारियों ने 3654 वादों का निस्तारण कराया। साल की आखिरी लोक अदालत के सफल आयोजन पर जिला जज संतोष राय ने सभी का आभार जताया।